नवीमुंबई. नेरुल के रामलीला मैदान में 10 दिन तक चले मुंबई कौथिग का रंगारंग समापन हो गया. रविवार को कौथिग की 10वीं संध्या में उत्तराखंड के प्रवासी सालभर के लिये उत्तराखंड के गीत संगीत को स्मरणीय बना देने के रंग में नजर आए.
उत्तराखंड से आये कलाकारों ने भी कौथिग के समापन की इस बेला को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और लोकप्रिय गायक सुरेश काला के जय बद्री केदार से शुरू हुई सांस्कृतिक संध्या में युवा दिलों की धड़कन संगीता डौंडियाल, किशन महिपाल, मोना भट्ट, गोविंद डिगारी, पवनदीप राजन, शिवानी सौंड ने अपने गीतों से प्रवासियों को जमकर झूमा दिया.
संगीता ने मंच पर अगेली बगेली लौंडा छलाया…, मैं लागी सुवा घुट घुट बाडुली, चन्दना मेरा पहाड़ एई…,पंडो खेला पांसों, रंगली चन्गली पुताई जैसे धमाकेदार गीतों से कौथिग की अंतिम शाम यादगार बना दी. सांस्कृतिक निर्देशक सुरेंद्र बिष्ट व सुरेश काला के डायरेक्शन में कौथिग की अन्य प्रस्तुतियों में गोविंद डिगारी ने भी एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत कर जमकर वाहवाही लूटी.
गोविंद डिगारी ने यादगार बना दी कौथिग की 10वीं शाम
कौथिग मंच पर जैसे जैसे समापन की रात घड़ी की सुई 9 बजे से आगे बढ़ी वैसे ही प्रांगण में उमड़े हजारों श्रोताओं को मानों कुछ घंटों में उत्तराखंड के गीतों पर नाच कर एक एक पल अपने मोबाइल में कैद कर, फेसबुक लाइव कर कौथिग के रंग में रंग जाना था. लोकप्रिय गायक गोविंद डिगारी ने प्वां बाग रे़…, फुलक्या पतोली….जैसे एक से बढ़कर एक गीतों को पेशकर श्रोताओं की मुराद पूरी की.
देवभूमि महिला मंडल पनवेल व चंपावत के दलों की प्रस्तुतियों ने जीता लोगों का दिल
आज की इस शाम मंच पर देवभूमि महिला मंडल पनवेल ललिता सेमवाल के दल ने घोटा समान्या…से जौनपुर की याद ताजा करा दी. 10वीं शाम में उत्तराखंड के सांस्कृतिक दलों में सुरेश राजन के जय गोल्ज्यू जन्मभूमि कला मंच चंपावत ने शानदार प्रस्तुति से देर रात तक प्रवासियों को उत्तराखंड की लोक संस्कृति में सराबोर कर दिया. वहीं नन्ही कलाकार रिमझिम के ठुमकों ने प्रवासियों का दिल जीत लिया.
मुख्य अतिथि के रूप में कृष्णासिंह कपकोटी ने की शिरकत
मंच पर समापन संध्या में अतिथि के रूप में डाटो कृष्णासिंह कपकोटी (चीफ कंसल्टेंट CIDB मलेशिया सरकार), प्रवीण कोटियन (डारेक्टर मिराई शानुकन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्राईवेट लिमिटेड), भरत कुकरेती (डाइरेक्टर कपिल शर्मा शो), हरीश जी (वरिष्ठ प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं पूर्व प्रांत प्रचारक दिल्ली), समाजसेवी डॉ. विनोद बछेती (डीपीएमआई), धारचूला के विधायक हरीश धामी, ऐरोली के विधायक गणेश नाईक, नवभारत टाइम्स के संपादक सुंदर चंद ठाकुर, ठाकुर मपवाल (ज्वाइट कमिश्नर इन्कम टैक्स मुंबई), सुरेंद्र मर्तोलिया (उच्च अधिकारी BPCL, ATF इंचार्ज एयरपोर्ट मुंबई), उत्तराखंड सूचना विभाग के अधिकारी सुरेंद्र भट्ट, अमर उजाला देहरादून के पत्रकार विनोद मुसान, पत्रकार जगमोहन आजाद, पंकज मठपाल (आक्टिमा मनी), शिवांगी जोशी (ये रिश्ता क्या कहलाता है), रोबो विक्रम सिंह, बाक्सर बिमल पुनेठा, सिने अभिनेत्री स्वाति सेमवाल, रेखा रावत खान, धनन्जय रावत, श्याम आर्य, टाइम्स ऑफ इंडिया, राजेन्द्र सिंह चौहान (DGM SBI), विनय चुफाल, अभिनेता ज्योति राठौड़, नागेंद्र पन्त (VP रिलायंस इंडस्ट्रीज), अभिनेता करण शर्मा, कृष्णा बिष्ट, कपिल धोरे (असिस्टेंट डाइरेक्टर आकाशवाणी मुंबई), राजेश दलवी, शिव कुमार, बबीता पुंडीर, शना रबिन, कंचन, राजेन्द्र शर्मा आदि ने शिरकत की.
संयोजक वरिष्ठ पत्रकार केशर सिंह बिष्ट के संचालन में अतिथियों का सम्मान कौथिग फाउंडेशन के गिरवीर नेगी, डा. योगेश्वर शर्मा, कौथिग फाउंडेशन के अध्यक्ष हीरासिंह भाकुनी, नरेंद्र जोशी, सुरेश राणा, कार्याक्ष्यक्ष सुशील कुमार जोशी, मनोज भट्ट, महासचिव तरुण चौहान, महिपाल नेगी, दिनेश बिष्ट, जगजीवन कन्याल, अनिल बिंजोला, प्रकाश चंद, सुरेश काला, विनोद भट्ट, दीपक भट्ट, गोविंद आर्य, लक्ष्मण नेगी, बलवंत पवार, रूपलाल, रणजीत बिष्ट, प्रदीप जखमोला, महेद्र मेहरा, विजय नारियल, प्रवीण ठाकुर आदि ने किया.