टिहरी. पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कल रविवार को कोटी कालोनी स्थित जल व साहसिक पर्यटक स्थल पर जाकर बोट संचालन से जुड़े नौजवान साहसी व्यवसायियों की हौसला अफजाई की. उपाध्याय ने कहा कि श्री नारायण दत्त तिवारी जी के मुख्यमंत्री काल में जब बांध की सुरंगें बंद हुई थीं तो उन्होंने इस व अन्य स्थलों को जल-झील पर्यटन और अन्तर्राष्ट्रीय वाटर स्पोर्ट्स केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना दी थी और उस पर काम शुरू करवाया था.
उपाध्याय ने कहा कि जब यहाँ कुछ गतिविधियाँ ठीक-ठाक गति पकड़ने लगी थीं, सरकार की नीतियों ने इस व्यवसाय को क्षति पहुँचायी और व्यवसाय से जुड़े युवाओं के हितों पर कुल्हाड़ी चलायी, रही-सही कसर COVID-19 ने पूरी कर दी है. एक बोट की क़ीमत लगभग 11 लाख के आस-पास है. हिसाब लगाया जाय तो युवा व्यवसासियों ने मिलकर लगभग यहाँ पर 20 करोड़ रु. का निवेश कर्ज लेकर किया हुआ है और अधिकतर व्यवसायी बांध विस्थापित और प्रभावित हैं, जो कि भुखमरी के कगार पर हैं.
उपाध्याय ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री जी के सामने विनम्रतापूर्वक सुझाव रखना चाहता हूँ कि इन लोगों और इस व्यवसाय को बचाने के लिये सरकार आगे आये. इनके सभी टैक्स 5 सालों के लिये माफ़ किये जाएं. प्रत्येक बोट संचालक के परिवार को 22 मार्च से 22 सितम्बर तक प्रतिमाह 10000 रु. अनुदान के रुप में दिये जाएं. बैंक और अन्य स्रोतों से लिये गये ऋण पर 5 वर्ष तक मोरोटोरियम हो. ऋण को ब्याज मुक्त घोषित किया जाय.
उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री जी इन लोगों के साथ बात-चीत कर इनकी समस्याओं का निराकरण करें. उपाध्याय ने कहा कि उन्होंने इस सम्बन्ध में पूर्व में भी मुख्यमंत्री जी को यहाँ की समस्याओं से अवगत किया था, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई है. उपाध्याय ने बोट संचालन के अध्यक्ष श्री लखबीर सिंह चौहान से मुलाक़ात कर उनकी समस्याओं के बारे में वार्ता की, उनके साथ सर्वश्री राजेंद्र डोभाल, देवेन्द्र नौड़ियाल कुलदीप पंवार, मुशरफ अली, दीपक चमोली, मुकेश लखेड़ा आदि उपस्थित थे.