उत्तरकाशी. आगामी 14 दिसंबर, 2020 को हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंगसीर बग्वाल बाड़ाहाट में मनाई जाएगी. वैश्विक महामारी कोरोना के मध्यनजर इस वर्ष 1 दिवसीय कार्यक्रम निश्चित किया गया है, जिसमें सांय 4 बजे वीर माधो सिंह भंडारी की अगुवाई में बग्वाल सांस्कृतिक यात्रा कोविड 19 के नियमों का पालन करते हुए श्री कंडार देवता मंदिर से पारंपरिक वाद्य यंत्रों के संग रामलीला मैदान को प्रस्थान करेगी. गढ़ वेश में महिला और पुरुष प्रतिभाग करेंगे. मंत्रोच्चार के साथ अग्नि प्रज्वलित कर भैलू पूजन किया जाएगा. तत्पश्चात रासो, तांदी नृत्य के साथ कार्यक्रम का समापन किया जाएगा.
अनघा माउंटेन एसोसिएशन वर्ष 2007 से मना रहा पारंपरिक बग्वाल
अनघा माउंटेन एसोसिएशन वर्ष 2007 से अनवरत इस पारंपरिक बग्वाल को मुख्यालय पर धूम धाम से मनाते आ रहा है, जिसमे देश, विदेश के अतिथि प्रतिभाग करते रहे हैं. पूर्व में मुम्बई, दिल्ली, मसूरी में भी अनघा द्वारा बग्वाल का विशेष प्रदर्शन किया जाता रहा है. इस बार बग्वाल गांव की ओर थीम के तहत 25 से अधिक गांवों के साथ यह बग्वाल गावों में मनाई जा रही है, जिसमें ग्राम मुखबा, भटवाड़ी, सौरा, सारी, सैंज, पाही, पिलंग, नौगांव, अगोड़ा, हीना, गजोली, नेताला, गणेशपुर, संग्राली, पाटा, बग्याल गांव, माण्डौ, बोंगा, पोखरी, बड़ेथी, साल्ड, ज्ञाणजा, मानपुर, किशनपुर, लक्षेश्वर आदि प्रतिभाग कर रहे हैं. जिसमें समस्त ग्रामीणों को प्रेरित किया गया है कि इस त्यौहार को नैसर्गिक तरीके से मनाया जाए जिससे नई पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक विरासत का बोध हो सके.
अनघा माउंटेन एसोसिएशन द्वारा बग्वाल में अपनी संस्कृति को अक्षुण रखने हेतु प्रतिभाग करने वाली सभी ग्रामसभाओं को सम्मानित किया जायेगा तथा देश विदेश में इस बार की ग्रामीण बग्वाल को मीडिया, सोशल मीडिया, फेसबुक के माध्यम से भी प्रचारित और प्रसारित किया जाएगा. बैठक में अनघा के अध्यक्ष हिमांशु जोशी,मालगुज़ार शैलेन्द्र नौटियाल, संयोजक अजय पुरी, मोहन डबराल,सुरेंद्र गंगाडी, बलदेव,उमेद, नौबर कठैत, कृष्णा बिजल्वाण, मंगल चौहान,सुभाष कुमाईं, रवि नेगी आदि उपस्थित रहे.