टिहरी. टिहरी जनपद में डीएम मंगेश घिल्डियाल जी के आते ही स्वास्थ्य सुविधाओं, क्वारंटीन की अच्छी व्यवस्थाओं के साथ घोटालेबाज प्रधानों की नकेल कसनी भी शुरू हो गई है. आजतक कई ग्राम सभाओं में यह बात आम रही है कि कई मनरेगा में काम किए बिना ही प्रधान ने मिलीभगत कर अपने चहेतों के खातों में मनरेगा के पैसे डलवा दिए. लेकिन ऐसे प्रधानों की करतूतें अब बंद होने वाली हैं. हाल ही में जौनपुर ब्लॉक के मझगांव में मनरेगा में धांधली के ऐसे ही आरोप को लेकर जब ग्रामीण डीएम मंगेश घिल्डियाल जी के पास पहुंचे तो डीएम ने तुरंत जांच समिति गठित कर दी है. यही नहीं यह मामला जब राज्यमंत्री रेखा आर्य के सामने भी पहुंचा तो उन्होंने भी मनरेगा में धांधली को गंभीर बताते हुये कहा कि मामले में जांच होनी चाहिए.
बिना काम के पहले पैसे डाले, फिर मांग रहा था वापस
मिली जानकारी के अनुसार जौनपुर ब्लॉक के मझगांव में मनरेगा में धांधली का खेल सामने आया है, ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में प्रधान पति के इशारे पर चहेतों के खाते में मनरेगा की श्रमिक धनराशि बिना काम किये डाल दी गई. जब धनराशि प्रधान पति ने वापस मांगने का दबाब ग्रामीणों पर बनाया तो गांव में इसे लेकर रोष व्याप्त हो गया. ग्रामीण प्राथमिक विद्यालय सेलवाणी में एकत्र हुये और इन्होंने प्रधानपति के निर्माण कार्यों में हस्तक्षेप पर ऐतराज जताया. इस मामले में ग्रामीणों ने आलाधिकारियों से जांच की मांग की है. इतना ही नहीं मामले को बढ़ता देख खुद गांव की प्रधान बीना देवी ने भी स्वयं डीएम मंगेश घिल्डियाल से मिलकर इन कामों को लेकर जांच की मांग की है.
उल्लेखनीय है कि जनपद टिहरी की कई ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कार्य में प्रधान अपने खास विश्वस्तों के खाते में बिना काम के पैसे डाल देते हैं और फिर उन्हीं से पैसा निकाल कर 1000 रुपए उन बिना काम करने वालों को देकर बाकी पैसे खुद उनसे ले लेते हैं. कई ग्राम सभाओं में जो महिलाएं अपने पतियों के साथ बाहर के जिलों या प्रदेशों में भी हैं उनके खातों में भी बिना काम के पैसे आने की बातें समय समय पर आती रही हैं. अब टिहरी जनपद में डीएम मंगेश घिल्डियाल जी के आने से ऐसे लोगों की नकेल कसेगी, जनता को भरोसा है.