मुंबई. मौनीअमावस्या पर स्नान करने से पुण्यलाभ की प्राप्ति होती है. धार्मिक ग्रंथो में बताया गया है कि मौनी अमावस्या के दिन मनु ऋषि का जन्म हुआ था और मनु शब्द से ही मौनी की उत्पत्ति हुई है. इसलिए इस अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं.
मौनी अमावस्या पर मौन वर्त का भी महत्व है. मौन रहकर ईश्वर का जाप करने से पुण्य मिलता है. इस दिन लोग गंगा में स्नान और दान देकर पुण्य की प्राप्ति करते हैं. उत्तराखंड में माघ महीने में नदियों के प्रयाग स्थलों में स्नान करना शुभ माना गया है और मौनी अमावस्या पर गंगा में स्नान करने से पुण्य कई गुना बढ़ जाता है.
मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त
मौनी अमावस्या तिथि का प्रारंभ 24 जनवरी 2020 को देर रात 2 बजकर 18 मिनट से 25 जनवरी देर रात 3 बजकर 12 मिनट तक.
मौनी अमावस्या ब्रह्म मुहूर्त रात के आखिरी पहर में शुरू.