मुंबई. महाराष्ट्र के राज्यपाल ने श्री भगतसिंह कोश्यारी जी ने शनिवार को राजभवन में आयोजित शोक सभा में सीडीएस बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और हेलीकॉप्टर दुर्घटना के शिकार हुए अन्य शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. राज्यपाल श्री भगतसिंह कोश्यारी जी ने हेलीकॉप्टर हादसे के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए सीडीएस बिपिन रावत जी के साथ हुई पिछली मुलाकातों का स्मरण करते हुए उन्हें याद किया.
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड की माटी में सैन्य पृष्ठभूमि वाले परिवार में जन्मे जनरल बिपिन रावत एक दूरदर्शी सेनापति थे. राज्यपाल ने कहा कि जनरल बिपिन रावत देश और उत्तराखंड के गौरव थे, इसके लिए सीडीएस बिपिन रावत जी के जीवन पर आगे और अधिक प्रकाश डालने के प्रयास होंगे, ताकि हमारी नई पीढ़ी उनके शौर्य और जज्बे से प्रेरणा ले सके.
महाराष्ट्र के राजभवन, मुंबई में आयोजित शोक सभा में राज्यपाल ने कहा कि जनरल बिपिन रावत ने सैनिकों की समस्याओं और सेना के आधुनिकीकरण के लिए जो काम किए वह आगे बढ़ें, यह सभी का कर्तव्य होना चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि सीडीएस बिपिन रावत जी ने समान भौगोलिक परिस्थिति वाले रेजिमेंट के युवाओं के लिए भर्ती के एक जैसे मापदंडों की उल्लेखनीय पहल कर बड़ा कार्य किया. इस दौरान राज्यपाल जी ने दिवंगत बिपिन रावत के सरल और कार्य के प्रति गजब के साहस का स्मरण करते हुए लोगों को उनके जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही. अपने शोक सम्बोधन में राज्यपाल ने सभी शहीदों के परिवार वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की.
इससे पहले नवभारत टाइम्स के स्थानीय संपादक श्री सुंदरचंद ठाकुर ने सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए उन्हें अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक बताते हुए कहा कि जनरल रावत ने जवानों के जीवन को सुधारने की जो पहल की वह आने वाले समय में हमारी भारतीय सेना में दिखाई देगी. श्री सुंदरचंद ठाकुर ने कहा कि जनरल दिन-रात 16-16 घंटे सिर्फ और सिर्फ देश के लिए कार्य करने वाले समर्पित सैन्य अधिकारी थे. ठाकुर ने जनरल बिपिन रावत के नेतृत्व में आतंकियों के खात्मे के लिए म्यांमार, कारगिल, सर्जिकल स्ट्राइक आदि भारतीय सेना के अनेक सफल आपरेशंस का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी ऐसी विभूतियों के बारे में और ज्यादा पड़ा जाना चाहिए और उनकी पराक्रम गाथा को नई पीढ़ी को हस्तांतरित किया जाता रहना चाहिए.
हिमालय पर्वतीय संघ के सानिध्य में हुई शोक सभा में मुंबई के कई अति विशिष्ट उत्तराखंडी प्रवासियों ने सीडीएस बिपिन रावत व अन्य शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इस अवसर पर सांसद श्री अजय टमटा, हिमालय पर्वतीय संघ के अध्यक्ष श्री चामूसिंह राणा, श्री सुरेश राणा, नगरसेवक श्री बहादुर बिष्ट, नगरसेवक श्री महदीप बिष्ट, कार्यक्रम के संचालक श्री उर्बादत्त जोशी, कार्यक्रम के संयोजक श्री मनोज भट्ट, श्री राज दसौनी, कौथिग फाउंडेशन मुंबई के कार्यकारी अध्यक्ष सुशील कुमार जोशी, श्री गिरवीर नेगी, श्री नरेंद्र जोशी, श्रीमती विजयापंत तुली, कुसुम बिंजोला, ममता भट्ट, शीला धपोला जी, रघुवीर दास जी, श्री कमल घिल्डियाल, श्री पंकज मठपाल, श्री सुरेश काला, श्री पप्पू बर्तवाल, श्री बलबीर रावत, श्री प्रवीण ठाकुर, श्री महेशचंद रजवार, श्री धीरज गुसाईं, विनोद भट्ट, देवेंद्र रावत, राकेश खंकरियाल, श्री गोविंद आर्य, अनूप डिमरी, कुंदन गड़िया, चारू उत्प्रेती आदि मौजूद रहे.