मुंबई. लाकडाउन के कारण देश के विभिन्न प्रांतों में फंसे लोगों के लिए सरकार द्वारा की जा रही घर वापसी की पहल में लोगों के लिए मुसीबत बनी मेडिकल प्रमाण पत्र की अनिवार्यता अब खत्म हो गई है. अब आपको गांव जाने के लिए अपने निकटवती पुलिस स्टेशन में रजिस्ट्रेशन तो कराना ही है, लेकिन मेडिकल कराने की कोई जरूरत नहीं है. अब जाते समय ऐसे लोगों की सिर्फ थर्मल स्क्रीनिंग होगी और स्टेशन पर प्राथमिक जांच के बाद गांव जाने की अनुमति होगी.
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड सरकार द्वारा घर वापसी अभियान के लिए जारी लिंक पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद स्थानीय राज्य सरकारों की गाइडलाइन के मुताबिक मेडिकल भी जमा करने का आदेश जारी होने से लोगों में मेडिकल प्रमाण पत्र के लिए अफरातफरी मच गई थी और कई डाक्टर भी मौके को भुनाने के लिए लाकडउन में करोना के डर से बंद शटरों को खोल कर बैठ गए थे. मेडिकल के लिए लंबी लंबी लाइने और फिर कहीं मनमाने पैसे लेने की भी बात सामने आने से सरकार ने मेडिकल की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. उत्तराखंड राज्य सरकार ने भी कल से पुणे के फंसे लोगों को मैसेज भेजने शुरू कर दिए हैं और गांव जाने के लिए तैयार रहने के लिए कह दिया है.
बहुत सारे साथी अब भी परेशान है। उनकी जानकारी के लिए पुनः यह लिंक भेज रहा हूं।
http://dsclservices.org.in/uttarakhand-migrant-registration.php
यह लिंक महाराष्ट्र सरकारवाला है, जो offline पुलिस स्टेशन में भरा जा रहा है।