नवी मुंबई. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी जी की टोपी के बारे में जो गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी की गई है, उसको लेकर प्रवासी उत्तराखंडी समाज में भारी आक्रोश है. महाराष्ट्र के कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता द्वारा राज्यपाल श्री कोश्यारी जी की टोपी को लेकर की गई टिप्पणी पर पनवेल भाजपा मंडल के सह सचिव व कौथिग फाउंडेशन मुंबई के कार्याध्यक्ष श्री सुशील कुमार जोशी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
पनवेल भाजपा के पदाधिकारी श्री सुशील कुमार जोशी ने कहा है कि कांग्रेस प्रवक्ता ने ऐसी गैर जरूरी टिप्पणी कर हमारे पारंपरिक परिधान का अपमान किया है, इसके लिए कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत को तुरंत सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए. इसके साथ ही कांग्रेस को उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए. इसी तरह मुंबई उत्तराखंड प्रकोष्ठ के अध्यक्ष धर्मानंद रातुड़ी जी ने भी कड़े शब्दों में निषेध करते हुए कहा कि कांग्रेस और सचिन सावंत को समझना चाहिए कि महामहिम राज्यपाल जो टोपी पहनते हैं, यह टोपी हमारे उत्तराखंड राज्य के लोगों की शान का प्रतीक है. इसलिये सचिन सावंत को इस पर जल्द ही माफी मंगनी चाहिये.
भाजपा के उत्तर पश्चिम के उपाध्यक्ष श्री महेंद्र गुसांईं जी ने कांग्रेस प्रवक्ता की निंदा करते हुए कहा कि हम उत्तराखंडी पहाड़ी इस टोपी को बड़े गर्व और मान सम्मान के साथ पहनते हैं. यह टोपी हमारी संस्कृति की भी पहचान है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंडियों के सम्मान की प्रतीक इस टोपी का सम्बंध गढ़वाल और कुमाऊं रेजीमेंट से भी रहा है. इसीलिए महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं को और सचिन सावंत को तुरंत उत्तराखंड के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.
कलंबोली भाजपा के तालुका मंडल के उपाध्यक्ष श्री दिलीप भगवान बिष्ट ने भी कांग्रेस प्रवक्ता की टिप्पणी का तीव्र निषेध किया है. उन्होंने कहा कि काली टोपी हम उत्तराखंडी देवभूमि वालों की सभ्यता व संस्कृति की पहचान है. यह टिप्पणी हमारे समाज का अपमान है, इसलिये कांग्रेस आलाकामान को सचिन सावंत को काँग्रेस प्रवक्ता के पद से निष्कासित करना चाहिये. जमन सिंह बिष्ट जी ने भी अपना निषेध दर्ज कराया है.
उल्लेखनीय है कि विधानपरिषद चुनाव को लेकर कुछ दिन पहले कांग्रेस प्रवक्ता ने राज्यपाल की टोपी को लेकर अपने ट्वीटटर पर लिखा था कि राज्यपाल अपनी टोपी उतारकर सोचेंगे तो अपनी जिम्मेदारी याद करेंगे.