नैनीताल. सोमवार को उत्तराखण्ड ओपन यूनिवर्सिटी (Uttarakhand Open University) के सप्तम दीक्षांत समारोह का शुभारंभ कुलाधिपति/राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल श्री गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) व मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Shri Pushkar Singh Dhami) ने संयुक्त रूप से वर्चुअल माध्यम से किया गया.
समारोह में 27 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए. इसके साथ ही मैती आंदोलन के जनक पद्मश्री कल्याण सिंह रावत (Padma Shri Kalyan Singh Rawat), जौनसार कला संस्कृति के लिए नंदलाल भारती (Nandlal Bharti) और लोक गायन के लिए पद्मश्री बसंती देवी (Padma Shri Basanti Devi) को डी लिट् की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया.
तकनीकी के बल पर लोगों की तरक्की के रास्ते खोजें : राज्यपाल
इस अवसर पर राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि आप सभी को अमृतकाल के इन 25 वर्षों में विकसित भारत का नेतृत्व करना है. उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि तकनीकी के बल पर लोगों की तरक्की के रास्ते खोजे जाएं. एक भारत, श्रेष्ठ भारत के नारे को साकार करने में आप सभी का सामूहिक संकल्प भी जरूरी है.
मुख्यमंत्री श्री धामी ने सभी विद्यार्थियों को दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री धामी ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि उच्च शिक्षा के माध्यम से उच्च कोटि का व्यक्तित्व निर्माण करने में उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय को अपने पहले ही प्रयास में NAAC द्वारा मूल्यांकन में बी ग्रेड प्राप्त हुआ, वहीं दिव्यांगों के क्षेत्र में विशिष्ट कार्यों के लिये राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया. इस अवसर पर सांसद अजय भट्ट, शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कुलपति प्रो. ओम प्रकाश, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला टोलिया, मेयर डॉ. जोगिंदर पाल सिंह रौतेला, विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट आदि उपस्थित रहे.