मुंबई. ‘देवभूमि स्पोर्ट्स फाउंडेशन मुंबई’ के फुटबॉल टूर्नामेंट में चंद वारियर्स को हराकर पनवेल की बद्री केदार टीम विजेता बनी. उत्तराखंडी युवाओं के लिए फादर एग्नेल, वाशी नवी मुंबई के फुटबॉल मैदान पर पहली बार खेले गए टूर्नामेंट में 8 टीमों ने प्रतिभाग किया, जिसमें चंद वारियर्स और बद्री-केदार के बीच फाइनल मुकाबला हुआ. रविवार को टूर्नामेंट की फाइनल प्रतियोगिता सैकड़ों फुटबाल प्रेमी दर्शकों की मौजूदगी में चंद वॉरियर्स और यूबीएम बद्री केदार के बीच खेली गई, जिसमें बद्री केदार ने चंद वॉरियर्स को 2-0 गोलों के अंतर से पराजित कर ट्राफी अपने नाम की.
रविवार को फुटबॉल टूर्नामेंट के समापन अवसर पर विजेता व उपविजेता टीम को ट्रॉफी व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर देवभूमि स्पोर्ट्स फाउंडेशन के चेयरमैन सुरेश राणा ने प्रतिभाग करने वाली सभी टीमों और दर्शकों का आभार व्यक्त किया. समापन समारोह के अवसर पर उत्तराखंड भवन के व्यवस्था अधिकारी मुन्ना प्रसाद, सह व्यवस्था अधिकारी चंद्रशेखर लिंगवाल, ओमप्रकाश बडोनी, चामूसिंह राणा, लक्ष्मण सिंह, महिपाल नेगी, प्रयाग रावत, नगरसेवक बहादुरसिंह बिष्ट, रमण मोहन कुकरेती, विजया पंत तुली, मीनाक्षी भट्ट, मनोज भट्ट, सुरेश काला, ज्योति राठौर, सुशील कुमार जोशी, प्रवीण ठाकुर, लाेकेंद्र ओझा, जगजीवन कन्याल, नवीन चंद ठाकुर, हर्ष मनराल, सहित कई सामाजिक प्रतिनिधि मौजूद रहे.
उत्तराखंड का नाम रौशन करेंगे खिलाड़ी : हरीश धामी
उत्तराखंड के धारचूला के विधायक हरीश धामी के हस्ते टूर्नामेंट का शुभारंभ 19 अगस्त को हुआ. इस दौरान विधायक हरीश धामी ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए ‘देवभूमि स्पोर्ट्स फाउंडेशन मुंबई’ की सराहना की.
विधायक धामी ने कहा कि प्रवासी उत्तराखंडी संस्थाएं मुंबई में उत्तराखंडी संस्कृति के प्रचार प्रसार के साथ प्रवासी युवाओं को क्रिकेट, फुटबाल आदि आयोजनों के जरिए समाज से जोड़ने, प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने में अहम योगदान दे रही हैं. विधायक हरीश धामी ने कहा कि निश्चत तौर पर ऐसे आयोजनों से उत्तराखंडी प्रतिभाओं को आगे बढ़ने के लिए अवसर मिलेगा, जो देश और दुनिया में उत्तराखंड का नाम रौशन करेंगी. उन्होंने मुंबई शहर में उत्तराखंडी युवाओं की एकजुटता और प्रवासी संस्थाओं द्वारा युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए किए जा रहे संस्थागत प्रयास बहुत ही प्रशंसनीय हैं. सभी प्रवासी उत्तराखंडियों को ऐसे आयोजनों के लिए बधाई दी.