मुंबई. वैश्विक महामारी के दो साल बाद एक बार फिर उत्तराखंड चारधाम यात्रा (Uttarakhand Chardham Yatra) , हेमकुंड साहिब यात्रा (Hemkund Sahib Tour) और राज्य के अनेक खूबसूरत डेस्टिनेशन पर तीर्थाटन पर्यटन को पटरी पर लाने की कवायद तेज हो गई है. कोविड के कारण दो साल बाद मुंबई में शुरू हुए वैश्विक पर्यटन मेला ‘आउटबॉन्ड ट्रैवलर मार्ट (ओटीएम)’ में उत्तराखण्ड पर्यटन (Uttarakhand Tourism) विभाग के अपर निदेशक विवेक चौहान शामिल हुए.
मुंबई के गोरेगांव में सोमवार से को शुरू हुए वैश्विक पर्यटन मेले में उत्तराखण्ड के करीब 50 पर्यटन कारोबारी भी ओटीएम में हिस्सा ले रहे हैं. इस दौरान उत्तराखण्ड पर्यटन के अपर निदेशक विवेक चौहान ने कहा कि ‘ओटीएम’ भारत और एशिया के सबसे प्रभावशाली पर्यटन लीडर्स को एक मंच पर अपने विचारों का आदान-प्रदान करने का मौका देता है. इस तरह के मंच पर आने से उत्तराखण्ड पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
चारधाम, हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण
पिछले दो साल में कोरोना प्रतिबंधों के चलते प्रदेश में चारधाम व हेमकुंड साहिब यात्रा का बड़े स्तर पर संचालन नहीं किया जा सका, लेकिन इस बार बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आने की उम्मीद है. इसलिए चारधाम व हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए यात्री सुविधाओं का विस्तार किया गया है. तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए उत्तराखण्ड सरकार ने पहली बार ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण व सत्यापन की व्यवस्था की है. इससे तीर्थयात्रियों व उनके वाहनों की सुरक्षा के साथ उन्हें आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा. इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से मोबाइल ऐप व वेबसाइट तैयार की गई है.
विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री (Yamunotri) व गंगोत्री (Yamunotri) धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर 3 मई को, केदारनाथ (Kedarnath) धाम के कपाट 6 मई और बदरीनाथ (Badrinath) धाम के कपाट 8 मई को खोले जाएंगे. पर्यटन उद्योग के इस बड़े व्यापार मेले का शुभारंभ मालदीव के पर्यटन मंत्री डॉ. अब्दुल्ला मौसूम ने किया. 14 से 16 मार्च तक चलने वाले तीन दिवसीय ओटीएम में देश-विदेश के पर्यटन क्षेत्र से जुड़े भागीदारों समेत महाराष्ट्र पर्यटन और उत्तराखण्ड पर्यटन भी शामिल हुए हैं.