देहरादून. उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी द्वारा 2022 में 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारने के ऐलान से उत्तराखंड में राजनीतिक सुगबुगाहटें तेज हो गई हैं. जहां राज्य में हैलीपैड नेताओं की चुनाव लड़ने की मुरादें पूरी होने के आसार से उनकी बांछे खिल गई हैं, वहीं राज्य में उत्तराखंड व उत्तराखंडियों के हितों के लिए सदैव चिंतित रहने वाले समाजसेवियों, उत्तराखंडी राजनीतिक विश्लेषकों द्वारा इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है.
समाजसेवी व आरआर मानवता के श्री रोशन रतूड़ी ने राज्य में उक्रांद के बजाए किसी तीसरे दल के लिए राजनीतिक संभावनाओं पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि जब हमें राज्य में किसी तीसरे दल को ही लाना है तो उत्तराखंड क्रांति दल को क्यों न मौका दिया जाए. उत्तराखंड के सामाजिक, राजनीतिक मुद्दों पर अपनी सोशल मीडिया पर अपनी बेबाक राय रखने वाले रोशन रतूड़ी ने कहा कि यह हम उत्तराखंड राज्यवासियों के लिए गंभीर चिंतन का विषय है कि यहां राजनीतिक उद्देश्य को साधने के लिए अन्य राज्यों तक सीमित दल उत्तराखंड में राजनीतिक विकल्प बनने के सपने देख रहे हैं.
रोशन रतूड़ी ने कहा कि उत्तराखंड की जनता अगर राजनीतिक विकल्प की तलाश में है तो एक बार उत्तराखंड क्रांति दल को मौका दिया जाना चाहिए. रोशन रतूड़ी ने कहा राज्य में अब समय है कि जब दो दशक से भी ज्यादा समय तक हमने राष्ट्रीय पार्टियों को बारी बारी से मौका दिया है तो क्यों न एक बार किसी अन्य दल के बजाए उक्रांद को अवसर दिया जाए.
रोशन रतूड़ी ने कहा कि उक्रांद कम से कम अपने उत्तराखंड से उत्तराखंड के लोगों द्वारा संचालित पार्टी तो है. रतूड़ी ने कहा कि राजनीतिक विकल्प के लिए दिल्ली की पार्टी के बजाए उत्तराखंड वासियों की जनभावना, राज्य निर्माण की अग्रणी पार्टी को मौका दिया जाना चाहिए.
उक्रांद में युवाओं में खुशी की लहर
समाजसेवी रोशन रतूड़ी के उक्रांद के पक्ष में बयान जारी करने से उक्रांद के युवाओं में खुशी की लहर है. घनसाली विधानसभा क्षेत्र से युवा उक्रांद के संदीप आर्य, भीमसिंह रावत, राम राणा, बबीता गुसांई आदि ने रोशन रतूड़ी के बयान पर उनका आभार जताया है. बता दें कि बड़ी संख्या में इस बार राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में महानगरों से होटल इंडस्ट्री में काम करने वाले प्रवासी युवा गांव लौट चुके हैं और और रोशन रतूड़ी की उक्रांद को मौका देने की बात इस लिहाज से भी राजनीतिक मायने रखती है.