टिहरी. जनपद टिहरी में ‘‘अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति हेतु प्रकोष्ठ की स्थापना‘‘ के अन्तर्गत आज विकास भवन सभागार, नई टिहरी में यूकॉस्ट के वैज्ञानिकों एवं अनुसूचित जाति/ जनजाति से संबंधित रेखीय विभागों के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई।
अनुसूचित जाति/जनजाति विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए रोडमैप तैयार करने एवं विभिन्न जानकारियों को एकत्रित करने हेतु उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् (यूकॉस्ट) के वैज्ञानिकों का एक दल दो दिवसीय जनपद भ्रमण हेतु टिहरी गढ़वाल पंहुचा है।
बैठक में संयुक्त निदेशक, यूकॉस्ट, देहरादून डॉ. डी.पी. उनियाल ने बताया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग(भारत सरकार) द्वारा वित्त पोषित परियोजना ‘‘अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति हेतु प्रकोष्ठ की स्थापना‘‘ का क्रियान्वयन यूकॉस्ट द्वारा किया जा रहा है।
परियोजना के अन्तर्गत राज्य के प्रत्येक जनपद में प्रकोष्ठ की स्थापना की जानी है। वैज्ञानिक अधिकारी, यूकॉस्ट, देहरादून डॉ. मनमोहन रावत द्वारा प्रोजेक्ट के संबंध में प्रजेंटेंशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी गई।
उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत वैज्ञानिक तरीके से अनुसूचित जाति/जनजाति के स्थानों को चिन्ह्ति करना, स्टेक होल्डर के साथ बैठक करना, विभिन्न जानकारियों को एकत्रित कर क्षेत्रों के विकास के लिए रोडमैप तैयार कर कौशल को बढ़ाया जाना है।
परियोजना के तहत स्थानीय पैदावार, स्थानीय विद्या, लघु उद्योग आदि अनेकों अन्य आजीविका के साधनों को वैज्ञानिक तरीके से आगे बढ़ाया जाना है।
स्वयं सहायता समूहों को टैक्नोलॉजी रिसोर्स सेंटर (टीआरसी) के माध्यम से ट्रेनिंग भी दी जायेगी। इस मौके पर यूकॉस्ट के अधिकारियों एवं उनकी टीम द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग कर किस प्रकार शिकायतों एवं समस्याओं का प्रभावी निस्तारण किया जाए, के संबंध में विचार विमर्श कर सुझाव दिए गए एवं इस शिकायत प्रकोष्ठ में क्रियान्वित की जाने वाली गतिविधियों से अवगत कराया गया।
बैठक में जिला समाज कल्याण अधिकारी किशन सिंह चौहान, जीएम डीआईसी महेश प्रकाश, एसीएमओ दीपा रूबाली, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक विनोद ढौंडियाल, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग डी.एम. गुप्ता, एएमए जिला पंचायत संजय खण्डूरी, प्रिंसिपल प्रोजेक्ट एसोसिएट (यूकॉस्ट) संतोष रावत सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे.