घनसाली. राधा खंडी (Radha Khandi) की महान गायिका गढ़वाल विश्वविद्यालय की विजिटिंग प्रोफेसर स्वर्गीय बचन देई (Bachan Dei) की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को घनसाली में सनशाइन पब्लिक स्कूल के प्रांगण में स्वर्गीय बचन देई को याद किया गया. इस कार्यक्रम में विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
नगर पंचायत घनसाली के अध्यक्ष शंकर पाल सजवाण की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य सुनीता भुजवाण, अति विशिष्ट अतिथि ओमप्रकाश भुजवाण तथा विशिष्ट अतिथि श्री धनीराम तलवान तथा विनोद शाह मौजूद रहे. नगर पंचायत अध्यक्ष शंकर पाल सजवाण ने स्वर्गीय बचन देई को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी राधा खंडी की महान सांस्कृतिक विरासत, लोक कलाएं गढ़वाल विश्वविद्यालय में ऐतिहासिक धरोहर के रूप में संरक्षित हैं.
इसी क्रम में मुख्य वक्ता ओम प्रकाश भुजवाण ने कहा स्वर्गीय बचन देई राधा खंडी शैली की एक विश्व विख्यात लोक गायिका थी, जिन्होंने देश और प्रदेश के कई मंचों पर अपनी राधा खंडी शैली और लोक कला का प्रदर्शन किया है. भुजवाण ने कहा कि उनकी राधा खंडी व संगीत गायन शैली के बदौलत ही गढ़वाल विश्वविद्यालय के द्वारा उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया. जिससे इस शैली पर शोध कार्य किए जा रहे हैं.
स्वर्गीय बचन देवी के पुत्र डॉ. प्रकाश चंद्र ने कहा लोक संगीत और लोकसंस्कृति के संरक्षण के लिए जीवनपर्यंत समर्पित रही स्वर्गीय बचन देवी के श्रद्धांजलि कार्यक्रम को हम पिछले 9 सालों से भिलंगना ब्लॉक के मुख्यालय से लगातार मना करा रहे हैं. साथ ही अपने निजी खर्चों पर इस कार्यक्रम को संचालित कर रहे हैं. इस कार्यक्रम के लिए कहीं से भी किसी प्रकार की कोई आर्थिक सहायता अनुदान धनराशि प्राप्त नहीं होती है.
डॉ. प्रकाश चंद्र ने कहा कि लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए हम सरकार से आग्रह करते हैं कि इस कार्यक्रम के संचालन के लिए सरकार कुछ अंश या धनराशि प्रदान करें, ताकि यह कार्यक्रम और भी भव्य तरीके से किया जा सके. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के सुनीता भुजवान, लोक निर्माण विभाग के प्रशासनिक अधिकारी धनीराम तलवान ने भी अपने शब्दों से श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
इस अवसर पर सत्यप्रकाश डौंडियाल ने गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर डी.आर. पुरोहित का आभार माना, जिनके सौजन्य से बचन देई और राधा खंडी शैली को देश और दुनिया के लोगों ने जाना और लोक कला संस्कृति निष्पादन केंद्र के जरिए लोक संस्कृति पर शोध और अध्ययन किया जा रहा है.
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में विनय चौहान, विनोद चौहान, रेखा देवी, कस्तूरी देवी गंगा देवी, प्रेमलाल, भारती देवी, रुकमणी, अजय कुमार, धनी लाल आर्य, सुनील परोपकारी, कमल तलवान, केशवलाल, कृष्ण चंद्र, विकास चंद्र, प्रभात आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे. कार्यक्रम का सफल संचालन सत्य प्रकाश डोंडियाल, हिमालय ज्ञान विज्ञान संस्थान के अध्यक्ष के द्वारा किया गया.