नई टिहरी. कोरोना वायरस कोविड-19 के कारण अपने गृह जनपद लौटे प्रवासियों को रोजगार से जोड़ने के लिए जिला प्रशासन द्वारा वृहद स्तर पर कार्यवाही की जा रही है. जिसके तहत जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल द्वारा निरंतर क्षेत्रीय भ्रमण कर केंद्र व राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी एवं योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिए जा रहे हैं. गुरुवार को जिलाधिकारी ने विकासखंड चंबा के आरकोट गांव पहुंचकर प्रवासियों द्वारा बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाई गई भूमि का निरीक्षण किया.
बता दें कि आराकोट गांव के सुशील रावत समेत आठ अन्य प्रवासियों द्वारा हेंवल नदी के किनारे बंजर पड़ी भूमि/क्यारियों को पुनः कृषि योग्य व उपजाऊ बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने प्रवासियों के मेहनती जज्बे को देखते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया. जिसमें जंगली जानवरों से सुरक्षा हेतु भूमि की घेरबाड, भैंस पालन, मत्स्य पालन, पोल्ट्री फार्म, पाली हाउस, फलदार वृक्ष इत्यादि उपलब्ध कराने के लिए खंड विकास अधिकारी को मौके पर ही निर्देश दिए.
7 हेक्टेयर बंजर भूमि को कृषि योग्य बना रहा 9 सदस्य समूह
इस अवसर प्रवासी सुशील रावत व साथियों ने बताया कि उनका 9 सदस्य समूह लगभग 7 हेक्टेयर बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाने पर कार्य कर रहा है. जिसमें से लगभग 3 हेक्टेयर पर कार्य पूरा करते हुए इसमे मिर्च, भिंडी, बीन उगाने के साथ ही अन्य गतिविधियां शुरू कर दी गई है. जिलाधिकारी ने भूमि की सही पैमाइश हेतु अपर जिलाधिकारी को मौके पर ही निर्देश दिए हैं. ताकि सही पैमाइश के उपरांत घेरबाड एवं अन्य योजनाओं के सटीक क्रियान्वयन हेतु प्लानिंग के तहत आवश्यक कार्रवाई की जा सके.
प्रति व्यक्ति 3 लाख रुपये मुफ्त ब्याज ऋण
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने प्रवासियों को रोजगार शुरू करने के लिए को-ऑपरेटिव से प्रति व्यक्ति 3 लाख रुपये मुफ्त ब्याज ऋण की जानकारी भी दी. कहा की अपना स्वयं का रोजगार शुरू करने के लिए बिना ब्याज के 3 लाख तक की आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए यह योजना प्रवासियों को रोजगार से जोड़ने का जरिया व मील का पत्थर साबित होगी. जिलाधिकारी ने ऑपरेटिव बैंक के अधिकारियों को तत्काल स्थलीय निरीक्षण के भी निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी के आराकोट पहुंचने एवं स्थलीय निरीक्षण पर प्रवासियों द्वारा खुशी जाहिर की गई. प्रवासियों ने कहा कि आपके मार्गदर्शन एवं त्वरित कार्रवाई से उन्हें स्वरोजगार से जुड़ने व और अधिक मेहनत करने के लिए मनोबल मिला है.
मशरूम की खेती का भी निरीक्षण
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने नागणी में मोनिका पंवार द्वारा की जा रही मशरूम की खेती का भी निरीक्षण किया. मोनिका के स्वरोजगार संबंधी जज्बे को देखते हुए जिलाधिकारी ने उनके प्रयासों की सराहना की. बता दें कि मोनिका ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के उपरांत गुड़गांव में नौकरी को छोड़कर स्वरोजगार को अपनाया है. इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी शिवचरण द्विवेदी, जिला उद्यान अधिकारी डॉ. डीके तिवारी, खंड विकास अधिकारी चंबा, ग्राम पंचायत अधिकारी, राजस्व निरीक्षक आदि उपस्थित थे.