टिहरी. कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए देश में घोषित लाकडाउन के दौरान गरीबों की मदद के लिए टिहरी जिला प्रशासन द्वारा सहयोग की अपील के बाद कई समाजसेवी महामारी की इस घड़ी में तन मन और धन से आगे आए हैं. इसी कड़ी में टिहरी जनपद में कोई गरीब, मजदूर भूखा न रहे समाजसेवी श्री बच्चनसिंह रावत जी ने पहले 50,000 और फिर 1,00000 (एक लाख) रुपये की राशि यानी कुल मिलाकर डेढ़ लाख की बड़ी धनराशि जिलाधिकारी टिहरी के राहत कोष में भेजी है.
ग्राम- ढुंग बजियाल गाँव, पट्टी ग्यारह गांव हिंदाव के मूल निवासी श्री बच्चनसिंह रावत एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती दर्शनी रावत जी वर्षों से उत्तराखंड के गरीबों, विद्यार्थियों, लोक संस्कृति के उत्थान और पुराने मंदिरों के जीर्णोद्धार के कार्य में अपना योगदान देकर महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं. देश में लाकडाउन की स्थिति में टिहरी जिले के गरीबों पर खानेपीने का जो संकट आया है उसमें भी समाजसेवी श्री रावत जी ने 1,50,000 की राशि देकर टिहरी में गरीब मजदूरों की भूख मिटाने के लिए अपना आर्थिक सहयोग दिया है. उत्तराखंड के जनपद टिहरी गढ़वाल में लाकडाउन के बाद कई गरीब, मजदूर, असहाय लोगों पर खाने पीने के सामान का संकट खड़ा हो रखा है. ऐसे लोगों की मदद के लिए सरकार व जिला प्रशासन ने समाजसेवियों से भी मदद की अपील की थी.
समाजसेवी श्री बच्चनसिंह रावत जी टिहरी ही नहीं उत्तराखंड की तमाम संस्थाओं की अपील पर संकट की इस घड़ी में उनके साथ भी मदद कर रहे हैं और कौथिग फाउंडेशन मुंबई को भी भूख अभियान के लिए मदद के रूप में 5000 की धनराशि भेजी है. श्री बच्चनसिंह रावत जी इसके अलावा अन्य फंसे लोगों के लिए व्यक्तिगत तौर पर भी आर्थिक मदद कर उन्हें राहत पहुंचा रहे हैं. श्री रावत जी द्वारा दी गई मदद के लिए टिहरी के जिलाधिकारी वी. षणमुगम ने भी आभार जताया है.