घनसाली. कोरोना वायरस के कारण देश में संपूर्ण लाकडाउन का असर कल बैशाखी पर्व पर संपन्न होने वाले पूर्व निर्धारित कई कार्यक्रमों पर भी पड़ा है, किंतु आधुनिक तकनीकी और युवाओं की आधुनिक सोच ने अपने इन कार्यक्रमों को यादगार बनाने की भी कोशिश की है. कल बैशाखी पर्व पर घनसाली में मंत्रोच्चार हुआ और वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए जापान में श्री आनंद आर्य व श्रीमती सीमा आर्य के पुत्र का जापान में ही चूड़ाक्रम संस्कार संपन्न हुआ. चूड़ाक्रम संस्कार की सभी रश्में वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए निभाई गई. पहले दिन जापान स्थित घर में आनंद आर्य के पुत्र सोमनाथ के बाल न्यौते गए और दूसरे दिन मंगल स्नान आदि के बाद यह सभी संस्कार वीडियो कांफ्रेंसिंग से पूरे किए गए.
घनसाली क्षेत्र में जागरूकता अभियान में सक्रिय हैं समाजसेवी दशर्नलाल आर्य
उल्लेखनीय है कि आनंद आर्य घनसाली के समाजसेवी दशर्नलाल आर्य के सुपुत्र हैं और जो जापान में हैं. यह चूड़ाक्रम संस्कार समाजसेवी दशर्नलाल आर्य के नाती सोमनाथ आर्य का था. समाजसेवी दशर्नलाल आर्य इन दिनों कोरोना वायरस के बचाव व रोकथाम के लिए घनसाली क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाकर गांव गांव में हजारों लोगों को मास्क व सैनेटाइजर बांटने के बाद अब लाकडाउन के कारण गरीब, असाहय और मजदूरों की खानेपीने की समस्या को दूर करने में जुटे हैं.
समाजसेवी दशर्नलाल आर्य घनसाली में फंसे मजदूरों के लिए राशन आदि देकर गांव की विभिन्न समस्याओं के लिए भी दिनरात सक्रिय हैं.
लाकडाउन के कारण देश विदेश में फंसे उत्तराखंड व घनसाली क्षेत्र के युवाओं को गांव वापस लाने की पहल सरकारी स्तर पर कर रहे हैं.
इसके अलावा श्री आर्य विभिन्न प्रांतों में फंसे युवाओं के लिए भोजन आदि की व्यवस्था के लिए सरकार व निजी रूप से मदद करवा रहे हैं.