टिहरी. इन दिनों NH-94 आलवेदर निर्माण के चलते लोग जगह जगह जाम के झाम से परेशान व धूलभरी सड़क पर चलने से बचने के लिए लोग अब जान खतरे मे डालकर यात्रा करने को मजबूर है. जाम, धूल और गढ्ढों से तंग आ चुके वाहन चालक अब लिंक मार्गों का सहारा लेकर जान जोखिम में डालकर अपने गंतव्यों तक पहुँच रहे हैं. ऐसा ही एक मामला ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे NH-94 से स्याँसू के पास से निर्माधीन स्याँसू-रत्वाड़ी मोटरमार्ग पर देखने को मिला.
आजकल चम्बा से धरासू तक आलवेदर सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है. मार्ग पर जगह जगह जाम, धूल,गढ्ढों की परेशानी को देखते हुए यात्रियों के द्वारा देहरादून से उत्तरकाशी की तरफ जा रही विश्वनाथ बस सेवा के बस चालक को चम्बा से जाख- डोबरा मार्ग से होते हुए स्याँसू-रत्वाड़ी लिंक मोटरमार्ग से चलने की बात कही चालक जैसे ही बस को लेकर रत्वाड़ी- स्याँसू मोटर मार्ग पर निकला तो स्याँसू गदेरे मे बस का पिछला टायर गदेरे के पानी मे जा धंसा गनीमत रही कि बस पलटने से बच गई . काफी मश्क्कत के बाद पुल निर्माण मे लगी जे सी बी मशीन के सहारे बस को गदेरे से निकाला गया और अपने गंतव्य को निकले.
उधर, पिथौरागढ-निर्माणाधीन आल वेदर रोड में दिल्ली बैंड के समीप आज फिर भस्खलन से हुआ राजमार्ग बंद, जनपद पिथौरागढ़ की लाइफ लाइन के बन्द होने से दूसरे स्थानों को जा रहे यात्री बीच मे फंसे. राजमार्ग सफाई के दौरान लगातार भूस्खलन से कार्य हुआ प्रभावित. राजमार्ग अधिकारियों ने रोड खुलने में बताया 3 दिन का समय. रोड बन्द होने से कई लोग पैदल ही मुख्यालय को रवाना. जताया प्रशाशन और सरकार पर गुस्सा. जीप चालक वसूल रहे मनमाना किराया.
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