टिहरी. जिला मुख्यालय के सबसे नजदीकी गांव खेमड़ा पट्टी के सारजुला में सड़क नहीं पहुंचने पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश राणा ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली की तीखी आलोचना की है. यह गांव 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए स्व. दिनेश बहुगुणा का मूल गांव है और 2005 में तत्कालीन टिहरी के विधायक ने शहीद के सम्मान में यहां सड़क बनाने की घोषणा की थी.
जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह यह टिहरी के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता, अदूरदर्शिता का प्रबल उदाहरण है कि जिला मुख्यालय के सबसे नजदीकी होने के बावजूद 1999 के कारगिल शहीद दिनेश बहुगुणा का गांव खेमड़ा 24 वर्ष बाद भी सड़क मार्ग से नहीं जुड़ पाया है.
राणा ने आगे कहा कि 2005 में तत्कालीन टिहरी के विधायक श्री किशोर उपाध्याय ने शहीद के सम्मान में इस मार्ग की घोषणा की थी और वही विधायक तीसरी बार टिहरी विधानसभा का नेतृत्व कर रहे हैं और पुनः कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए झूठी घोषणा कर रहे हैं.
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश राणा ने विधायक के अलावा अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, मंत्री, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्यों पर भी निशाना साधते हुए उन पर शहीद के गांव की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. जिला अध्यक्ष राकेश राणा ने कि जनप्रतिनिधि विगत 24 वर्षों से कारगिल विजय दिवस के अवसर पर उनकी वीरांगनाओं और परिजनों के साथ फूल माला पहनाकर फोटो खिंचवाते हैं और खूब वाहवाही लूट कर , फिर कभी दोबारा उनके परिजनों और गांव की खैर खबर तक नहीं लेते.
उन्होंने वर्तमान सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि सरकार के जनप्रतिनिधियों की देश भक्ति मात्र दिखावे की है, सच्चाई यह है वे मात्र कुर्सी हथियाने तक देशभक्ति का आडंबर रचते हैं. राणा ने जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाया कि वे चुनाव में देशभक्ति, जनता के हित की बात करते हैं और जीत जाने के बाद 5 सालों के लिए उनकी भक्ति ठेकेदारी में तब्दील हो जाती है.
बताया गया कि इसके अलावा एकपत्र के माध्यम से जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश राणा ने जिलाधिकारी को भी अवगत कराया कि पूर्व में नई टिहरी स्थित शहीद स्मारक को उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी शहीदों के समान में सहीद स्मारक घोषित किया जाए, जिससे इस जगह पर गिद्ध दृष्टि लगाए हुई भू माफियाओं से इसे बचाया जा सके.