लक्ष्मणझूला. अंकिता भंडारी प्रकरण में उत्तराखंड पुलिस ने तत्परता का परिचय देते हुए अभियुक्तों को 24 घण्टे के भीतर गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. अभियुक्तों से कड़ी पूछताछ में अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari) केस की एक एक बात को अभियुक्तों ने उगला है और करतूतों को पुलिस से सामने बयां किया है.
बताया गया है कि राजस्व क्षेत्र पट्टी उदयपुर पला- 2 तहसील यमकेश्वर जनपद पौड़ी गढ़वाल पर पंजीकृत मु.अ.सं. 01/2022, धारा-365 भादवि की विवेचना हस्वआदेश जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल राजस्व पुलिस से थाना लक्ष्मणझूला पुलिस को स्थानान्तरित हुई. प्रकरण वादी की पुत्री अंकिता भण्डारी उम्र 19 वर्ष का वनतरा रिजॉर्ट गंगा भोगपुर से दिनांक 18/19.09.2022 को लापता होने से सम्बन्धित था. प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड श्री अशोक कुमार द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल श्री यशवन्त सिंह चौहान को खुलासे के लिये कड़े दिशा निर्देश दिये गये.
18 तरीख की शाम को काफी परेशान थी अंकिता भण्डारी
जिसके क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार के नेतृत्व में क्षेत्राधिकारी सर्किल श्रीनगर सीआईयू एवं थाना लक्ष्मणझूला एवं थानाध्यक्ष देवप्रयाग की टीमें गठित कर मामले के शीघ्र खुलासे हेतु निर्देशित किया गया. घटना की विवेचना इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस एवं सीसीटीवी फुटेज से गुमशुदा/अपहृता अंकिता भण्डारी का रिजॉर्ट स्वामी पुलकित आर्य तथा मैनेजर सौरभ भाष्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता के साथ दिनांक 18.09.2022 की रात्रि 20.00-21.00 बजे के मध्य ऋषिकेश आना एवं वापस जाना प्रकाश में आया. रिजॉर्ट कर्मियों से पूछताछ करने पर सामने आया कि दिनांक 18.09.2022 की शाम को अंकिता भण्डारी काफी परेशान थी एवं एक कर्मी से फोन पर रोते हुये अपना बैग ऊपर लाने के लिए कह रही थी तथा वाट्सएप पर भी अंकिता भण्डारी ने रिजॉर्ट में अपने परिचित को बताई थी.
रिजॉर्ट कर्मियों से पूछताछ पर यह तथ्य भी सामने आया कि अंकिता उपरोक्त तीनों के साथ रात्रि करीब 20.00 बजे रिजॉर्ट से गयी थी परन्तु रात 22.30-23.00 बजे के बीच उपरोक्त तीनों ही वापस आये थे अंकिता इनके साथ नहीं थी. उपरोक्त तीनों व्यक्तियों द्वारा खाने के लिये कुक को बताया और अंकिता का खाना रूम सर्विस द्वारा ना भेजकर अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता द्वारा स्वयं उसके कमरे में ले जाया गया. उपरोक्त साक्ष्यों के आधार पर उपरोक्त पुलकित आर्य पुत्र डा. विनोद आर्य निवासी स्वदेशी भवन आर्यनगर, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार उम्र करीब 35 वर्ष, अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता पुत्र राजेन्द्र कुमार गुप्ता निवासी 42 ए दयानंद नगरी थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार उम्र करीब 19 वर्ष और सौरभ भाष्कर पुत्र शक्ति भाष्कर निवासी 18 ए सूरजनगर, थाना ज्वालापुर, जनपद हरिद्वार उम्र करीब 35 वर्ष को आवश्यक पूछताछ हेतु थाने पर लाया गया.
अरोपियों ने नहर के किनारे पी शराब
जिनके द्वारा अपने जुर्म का इकवाल करते हुये बताया कि दिनांक 18.09.2022 की शाम पुलकित व अंकिता रिजार्ट में थे तब पुलकित और अंकिता के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था तब पुलकित ने कहा कि अंकिता गुस्से में है इसे लेकर ऋषिकेश चलते हैं. जिस पर वे अलग-अलग गाड़ियों से गये. अंकिता पुलकित के साथ मोटरसाईकिल पर बैठी थी. पुलकित और अंकित स्कूटी से गये, ये लोग बैराज होते हुए एम्स के पास पहुंचे. वापसी में पुलकित अंकिता को लेकर स्कूटी पर आय़ा. पुलकित ने कहा मैं और अंकित साथ में आये. पुलकित अंकिता को लेकर आगे निकल गया. वे बैराज चौकी से करीब 1.5 किमी पहुंचे तो पुलकित अंधेरे में रुका था, हम भी रुक गये तब हमने वहीं पर रुककर शराब पी व मोमो खाये शराब मैने अंकित व पुलकित ने पी थी. चीला रोड पर नहर के किनारे बैठे हुए थे जब हम शराब पी रहे थे तो अंकिता व पुलकित के बीच फिर विवाद होने लगा. अंकिता हमें अपने साथियों के बीच बदनाम करती थी व हमारी बातें अपने साथियों को बताती थी कि हम उसे कस्टमर से सम्बन्ध बनाने के लिये कहते हैं.
रिजार्ट की हकीकत बयां करने की बात पर हुई झड़प
पुलकित ने अंकिता से कहा कि तू हमारे बीच की बात अपने साथियों को क्यूं बताती है तो वह गुस्सा हो गयी और अंकिता के साथ हमारी झड़प हो गयी. अंकिता कहने लगी कि मैं तुम्हारे रिजार्ट की हकीकत बयां कर दूंगी सारी बातें बता दूंगी और उसने पुलकित का मोबाईल नहर में फेंक दिया. इस पर आरोपियों को गुस्सा आ गया हमें नशे में पता नहीं चला कि हम क्या कर रहे हैं. अंकिता हमसे हाथापाई करने लगी तभी आरोपियों ने गुस्से में उसे धक्का दे दिया और वह नहर में गिरी व एक-दो बार पानी के ऊपर आकर चिल्लाई उसके बाद नहर में डूब गयी. आपापियों ने पुलिस को बताया कि वे घबरा गये, क्योंकि रात काफी हो चुकी थी.
आरोपियों ने गढ़ी कहानी
आरोपियों ने सोचा कि वे कैसे बचें, क्योकि अंकिता को उनके साथ आते हुए अभिनव व कुश ने देखा था. तब आरोपियों ने प्लान किया व प्लान के तहत अंकित ने सैफ मनवीर को फोन कर चार आदमियों का खाना तैयार करने को कहा, मनवीर ने अंकित से पूछ लिया कि अंकिता मैडम आपके साथ है तो अंकित घबरा गया और उसने मना कर दिया कि अंकिता हमारे साथ नहीं है. तब ये तीनों रिजार्ट में पहुंचे और चुपके से रिजार्ट के किनारे वाले रास्ते से रिजार्ट में आ गये. इतना ही नहीं आरोपियों ने प्लान के तहत सोचा कि अंकित सैफ से कहेगा कि अंकिता को मैं खाना देता हूँ, ताकि रिजार्ट कर्मियों को लगे कि अंकिता कमरे में ही है. इस प्लान के तहत अंकित ही खाना लेकर अंकिता के कमरे मे गया और खाना रखकर आ गया.
आरोपी पुलकित ही गया अंकिता की गुम होने की FIR दर्ज कराने
घटना में सामने आया कि सुबह पुलकित और अंकित गुप्ता हरिद्वार चले गये और हरिद्वार से पुलकित ने नया मोबाईल और अपने जियो का डमी सिम खरीदा और प्लान के तहत ही पुलकित ने रिजार्ट में काम करने वाले सौरव बिष्ट को कहा कि अंकिता को कमरे में जाकर उसका फोन ले आओ, ताकि सौरव बिष्ट कमरे में जाये और उन्हें बताए की अंकिता कमरे में नहीं है और न ही फोन है.
यही बात हुई तब आरोपियों पर किसी को शक न हो, इसलिये पुलकित ही अंकिता की गुम होने की FIR दर्ज कराने गया. तीनों आरोपियों ने मिलकर यही सोचा था कि वे तीनों एक जैसे बयान देगें, इसलिये सोच समझकर उन्होंने घटना की टाईमिंग सैट की थी. इसी हिसाब से FIR दर्ज करायी थी ताकि उन पर कोई शक न कर सके. पूछताछ के दौरान अभिगणों द्वारा अपने जुर्म का इकबाल करने पर इन्हें उनके जुर्म धारा 302/201/120 बी भादवि से अवगत कराकर गिरफ्तार किया गया.
पौड़ी गढ़वाल पुलिस के सोशल मीडिया साइट्स के अनुसार, इन अभियुक्तों को पकड़ने में पुलिस टीम के अपर पुलिस अधीक्षक श्री शेखर चन्द्र सुयाल, क्षेत्राधिकारी श्रीनगर श्री श्याम दत्त नौटियाल, निरीक्षक सीआईयू मौ0 अकरम, थानाध्यक्ष देवप्रयाग सुनील पंवार, उपनिरीक्षक मनोहर सिंह रावत, उपनिरीक्षक राजविक्रम सिंह पंवार, उपनिरीक्षक मनोज रावत, आरक्षी 257 ना0पु0 दिनेश गौड़, आरक्षी 44 ना0पु0 अरबिन्द सिंह पुण्डीर, आरक्षी अमरजीत सीआईयू, आरक्षी हरीश सीआईयू, आरक्षी कुलदीप और आरक्षी जल पुलिस रोहित कुमार ने कार्य किया.