गोपेश्वर. सोशल मीडिया जहां त्वरित सूचना संदेश को एक दूसरे तक पहुंचाने में मददगार और लोकप्रिय प्लेटफार्म है, वहीं इसका दुरुपयोग करने वाले किसी व्यक्ति या जाति समुदाय के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले व्यक्ति को जेल की सलाखों तक पहुंचा सकती है.
सोशल मीडिया के सकारात्मक इस्तेमाल और दुरुपयोग रोकने के लिए उत्तराखंड पुलिस अनेक जागरूकता कार्यक्रम चलाती है. फिर भी जो लोग इससे बाज नहीं आते उनके खिलाफ कार्रवाई करने में भी पीछे नहीं रहती.
ऐसी ही एक घटना में गोपेश्वर में शिक्षक डॉ. भगवती प्रसाद पुरोहित को सोशल मीडिया पर जातिगत अभद्र टिप्पणी करने के खिलाफ चमोली पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है.
बता दें कि दिनांक 18 फरवरी 2023 को वादी पुष्कर सिंह राणा द्वारा थाना गोपेश्वर पर आकर तहरीर दी कि डॉ. भगवती प्रसाद पुरोहित द्वारा फेसबुक पर भोटिया जनजाति के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी की गई, जिससे भोटिया जनजाति की सामाजिक स्वाभिमान पर आघात पहुंचा है. जिसके आधार पर थाना गोपेश्वर पर मु.अ.सं. 09/2023 धारा 153 ए/469 भादवि. एवं 3(1)(x) अनु. जाति/जनजाति निवारण अधिनियम बनाम डॉ. भगवती प्रसाद पुरोहित पंजीकृत किया गया. उक्त गंभीर प्रकृति की घटना घटित होने पर पुलिस अधीक्षक श्री प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा उक्त विवेचना पुलिस उपाधीक्षक सुश्री नताशा सिंह के सुपुर्द किया गया.
उक्त अभियुक्त द्वारा जनजाति विशेष पर की गयी टिप्पणी से आमजन में काफी आक्रोश व्याप्त था. उक्त के विरुद्ध वर्ष 2016 में भी अनुसूचित जाति वर्ग पर जानबूझकर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने एवं धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाकर अपमानित करने के संबंध में मुकदमा पंजीकृत किया गया था.
अभियुक्त द्वारा बार बार इस प्रकार के कार्यों की पुनरावृत्ति की जा रही थी. उक्त अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम गठित की गयी जिसे कुशल सुरागरसी पतारसी करते हुए मंगलवार दिनांक 07/03/2023 को समय करीब 12:30 बजे गोपेश्वर से गिरफ्तार किया गया. अभियुक्त का नाम डॉ. भगवती प्रसाद पुरोहित गोपेश्वर बताया गया है. इस कार्रवाई को पुलिस टीम के पुलिस उपाधीक्षक नताशा सिंह, उ.नि. नवनीत भण्डारी प्रभारी एसओजी, हे.कां. मनमोहन भण्डारी एसओजी, कां. चन्दन नागरकोटी एसओजी, कां. दिनेश लोहानी ने सफल अंजाम तक पहुंचाया.