भोल जब फिर रात खुलली….मि त नि रौलु मेरा भुलों तुम दगड़ी ये गीत राला …. गीत से नम हुई सभा हॉल में बैठे लोगों की आंखें
ठाणे। उत्तराखंड कला, नाट्य, संगीत और फिल्म जगत के दिवंगत हास्य कलाकार घनानन्द (घन्ना भाई), सुपर हिट फिल्म घरजवै में खलनायक की दमदार भूमिका निभाने वाले भीमसिंह रावत (चतुरु) और लोक गायक जगदीश बकरोला को रविवार को मुंबई के उपनगर ठाणे में उत्तराखंड समाज ने श्रद्धांजिल अर्पित की।
मुंबई उत्तराखंड कलाकार संघ एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर दिवंगत कलाकारों की आत्मा को शांति देने के लिए प्रार्थना की और उत्तराखंड गीत संगीत और अभिनय में उनके योगदान को याद किया। इस अवसर पर फ़िल्म अभिनेता ज्योति राठौर ने तीनों दिवंगत कलाकारों के जीवन के बारे में विस्तार से बताया।
वहीं भाजपा उत्तराखंड सेल मुंबई का अध्यक्ष महेंद्र गोसाईं ने दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि देते हुए कहा व्यक्ति चाहे जिस भी काम में हो उसे सच्ची लगन और सर्मपण के साथ काम करने पर उसे दुनिया हमेशा के लिए याद करती है। गोसाईं ने कहा कि उस दौर के महान गायकों के गीतों को नए दौर के गायकों को फिर से लोगों तक पहुंचना चाहिए। ताकि उत्तराखंड की लोक संस्कृति में हमारे गायकों के योगदान से आने वाली पीढ़ी भी परिचित हो सके।
इस अवसर पर समाजसेवी बलवीर सिंह रावत ने कहा कि कलाकार चाहे जिस क्षेत्र में हो वह भले शारीरिक रूप से दुनिया में नही रहे, लेकिन उनकी कला हमेशा अमर रहती है। इसलिए ये महान कलाकार भी हमारी यादों में हमेशा जिंदा रहेंगे। इस मौके पर समाजसेवी चामू सिंह राणा, महावीर पैन्यूली, एडवोकेट दरम्यान सिंह बिष्ट, वरिष्ठ पत्रकार केशर सिंह बिष्ट, समाजसेवी श्रीमती सुशीला देवी कानपुड़िया, श्रीमती बीना नेगी, श्रीमती विमला रावत, श्रीमती मीरा रावत, श्रीमती मीना चंद, सुशील कुमार जोशी, सुरेश काला, दया सागर धस्माना, मोहनसिंह सजवाण, सुरेंद्र भंडारी (भाजपा भांडुप), राकेश खंकरियाल, प्रवीण ठाकुर, पूरणसिंह चिलवाल, गजेन्द्र रावत, दीपक भट्ट, प्रवीण जोशी, प्रियांशी जोशी, दयाल भट्ट, मंगल सिंह, गोविंद आर्य ने भी दिवंगत कलाकारों के योगदान पर प्रकाश डाला।
श्रद्धांजलि सभा का समापन लोक गायक सुरेश काला जी ने उत्तराखंड के प्रसिद्ध गायक नरेंद्र सिंह नेगी जी के मशहूर गीत भोल जब फिर रात खुलली…. मी ता नि रौलू मेरा भुलों तुम दगडी ये गीत राला….. की चंद लाइनें गाकर सभागार में बैठे सभी लोगों की आंखें नम कर दी। दिवंगत हास्य कलाकार घनानन्द (घन्ना भाई), भीमसिंह रावत (चतुरु) और लोक गायक जगदीश बकरोला को विदेश से भी कई लोगों ने अपने संदेश के जरिए श्रद्धांजलि अर्पित की।