देहरादून. कोरोना के संक्रमण के बीच आज उक्रांद ने एक प्रेस रिलीज जारी कर अपील की कि जो लोग निजामुद्दीन में तबलीकी जमात में शामिल हुए थे और ऐसे लोग अगर पहाड़ों तक पहुंचे हैं वे सरकार के आदेशों का पालन करते हुए तत्काल अपने को स्थानीय प्रशासन के हवाले करें. उक्रांद ने कहा कि ऐसे अराजक तत्व देवभूमि को भी दूषित करने का कार्य न करें.
उक्रांद युवा प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बिष्ट ने जनता से भी अह्वान किया कि इस प्रकार से जो पहाड़ों में छिप कर बैठे हैं या जो भी इनका साथ दे रहे हैं, इनके खिलाफ भी हमें एक होना होगा. राजेन्द्र सिंह बिष्ट ने कहा कि हमारे पहाड़ों में कई ऐसे मामले पाए गए जहां ये सब्जी की गाड़ियों में या अन्य प्रकार से वहां इस संक्रमण को फैलाने के उदेश्य से लोग पहुंचे हैं.
कानून की अनदेखी करने पर आमादा ऐसे लोग देहरादून में भी कई स्थानों पर प्रशासन के कार्यो में भी बाधा डालने का कार्य कर रहे हैं व इस महामारी मे लगे सफाई कर्मी व डॉक्टरों के साथ भी गलत व्यवहार कर रहे हैं. उत्तराखंड के गांवों इस इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो, इसलिए कोई भी लोग इन लोगों को छुपाने का कार्य नहीं करे. ऐसे समाज विरोधी तत्वों के खिलाफ उक्रांद राज्य में खदेड़ने के लिए अभियान शुरू करेगा, इसके लिए पहाड़ों में युवा जागरुकता शिविर लगा कर जनता को जागरूक करेगा.
शीघ्र राज्य में बीपीएल परिवारों को मुफ्त में राशन मुहैया कराया जाय, क्योंकि पहाड़ में खेती पर जीवन यापन करने वाले लोगों को इस विकट परिस्थिति में बहुत ही गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, फसलें बर्बाद हो रही हैं, व मैदानी क्षेत्रों में जो लोग सिडकुल या अन्य फैक्ट्रियों, होटलों या अन्य संस्थाओ में कार्यरत है उन्हें दो महीने का वेतन दिया जाए, क्योंकि इस समय युवाओं के सम्मुख रोजगार की समस्या मुख्य रूप से सामने आ रही है.