घनसाली. आज दिनांक गुरुवार को 14 मई 2020 को उक्रांद के स्थानीय नेताओं ने घनसाली में शराब बिक्री बंद करने के लिए उपजिलाधिकारी को ज्ञापन दिया है. उक्रांद के नगराध्यक्ष मनोज भट्ट, ब्लॉक अध्यक्ष कृषणा चंद, युवा उक्रांद घनसाली अध्यक्ष राम राणा, युवा नेता सुनील राणा के द्वारा घनसाली में उपजिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन देकर मांग की गई कि घनसाली में जिस प्रकार विगत वर्ष की भांति शराब का ठेका नहीं था, उसी प्रकार आगे भी नहीं होना चाहिए.
युवा उक्रांद घनसाली के अध्यक्ष राम राणा ने कहा कि शराब के ठेके से युवाओं पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. उक्रांद ने कहा कि कोरोना वायरस के संकट के कारण आने वाले समय में विधानसभा के सभी प्रवासी युवा गांव लौटकर रहे हैं, ऐसे सरकार द्वारा जरूरत उन्हें रोजगार के लिए प्रेरित करने की है. मुख्य बाजार में विगत वर्ष से बंद शराब के ठेके को ऐसे संकट के दौर में खोलना क्षेत्र की आर्थिकी के लिए नुकसानदायक होगा. ज्ञापन में मांग की गई कि सरकार घनसाली के ठेके को पूर्व की भांति बंद रखे. युवा उक्रांद के नेताओं ने कहा कि घनसाली को शराब मुक्त बनाने के उक्रांद हर संभव आवाज उठाएगी और ठेके का कड़ा विरोध करेगी.
लोकल की अवधारणा का गांव गांव तक सार्थक करने चलेगा अभियान
इस संबंध में उक्रांद आईटी सेल के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संदीप आर्य ने कहा कि स्थानीय प्रशासन को उक्रांद के निवेदन पर जरूर गौर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड के साथ ही घनसाली विधानसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में युवा गांव लौट रहे हैं.
संदीप आर्य ने कहा कि जो युवा गांव लौट रहे हैं महानगरों की स्थिति से सबक ले चुके हैं और गांव में ही रहने का मन बना चुके हैं, ऐसे में आवश्यकता है कि शराब के ठेकों की बजाए रोजगार स्वरोजगार सृजन की दिशा में कोई कारगर पहल हो. संदीप आर्य ने कहा कि उक्रांद लाकडाउन खुलने के बाद क्षेत्र में रोजगार स्वरोजगार के लिए युवाओं से संवाद अभियान शुरू करेगी. संदीप आर्य ने कहा कि लोकल की अवधारणा को गांव गांव तक सार्थक करने का अभियान उक्रांद लाकडाउन के बाद शुरू करेगा.