दिल्ली. दिल्ली के मोतीनगर में शनिवार को कुछ दरिंदों ने उत्तराखंड के एक नौजवान विनोद कुमार ममगाई की चाकुओं से गोदकर कर हत्या कर दी. जिसके बाद से उत्तराखंड समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त है. मंगलवार को उत्तराखंड के तमाम सामाजिक संगठनों और लोगों ने मोतीनगर थाने पहुंच कर यहाँ के थाना प्रभारी संदीप कुमार से मिलकर इस हत्याकांड में शामिल लोगों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है. ताकि विनोद प्रसाद ममगाई के परिवार को न्याय मिल सके.
समाजसेवी विनोद बछेती की अगुवाई में मंगलवार को दिल्ली में रह रहे तमाम उत्तराखंडी संगठन और लोगों ने मोतीनगर थाने पहुँचकर विनोद प्रसाद ममगाई के हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की और चेतावनी दी कि यदि आगामी शुक्रवार तक विनोद के हत्यारों को नहीं पकड़ा गया तो पूरा उत्तराखंडी समाज एक जुट एक मुट होकर बड़े आंदोलन के लिए बाद्य होगा, जिसके लिए पूरी तरह पुलिस प्रशासन जिम्मेदार होगा.
मोतीनगर थाने के प्रभारी संदीप कुमार ने उत्तराखंडी प्रवासियों को आश्वासन दिया है कि हम इस हत्या कांड की गंभीरता से जांच कर रहे है और इसमें जो भी अपराधी शामिल होंगे. उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
टिहरी गढ़वाल के रहने वाले थे विनोद ममगाई
बता दें कि दिल्ली के मयूर विहार फेज 3 में रहने वाले टिहरी गढ़वाल के विनोद प्रसाद ममगाई की कुछ दरिंदों ने चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी. उनके शरीर पर कई जगह चाकू से वार किए गए हैं. दोनों हाथ भी काटे गए हैं. विनोद प्रसाद ममगाई द्वारका में नौकरी करते थे. शनिवार को वह नौकरी पर गए थे. लेकिन घर नहीं लौटे. उनका शव वेस्ट दिल्ली के मोतीनगर थाना इलाके में पुलिस को रविवार सुबह मिला है. लेकिन अभी तक इस हत्या में शामिल अपराधियों को पकड़ा नहीं गया है.
पत्नी को उस दिन फोन पर बताया था जान का खतरा
इस घटना के बारे में विनोद की पत्नी ने पुलिस को बताया है कि उनके पति अक्सर कंपनी में काम करने वाले कुछ लोगों द्वारा उन्हें परेशान करने की बात कहते थे. वह जब 29 फरवरी को आफिस गए थे तो उन्होंने शाम को फोन कर मुझे अपनी जान को खतरा बताया होनी की बात की थी. इसके बाद उनका फोन हो गया और फिर उनकी मौत की खबर हमें मिली. विनोद प्रसाद ममगाई की मौत के बाद उनका पूरा परिवार सदमें हैं.