घनसाली। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिये मतदान की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही है, वैसे वैसे विभिन्न उम्मीदवारों को अपनी जमीनी ताकत का अहसास होने लगा है। एक तरफ हर प्रत्याशी ग़ांव ग़ांव में प्रचार की अंतिम तिथि तक पूरी ताकत झोंक रहे हैं, वहीं अपने क्षेत्र के मुद्दों को लेकर सतर्क मतदाता भी प्रचार के लिये ग़ांव की खाक छान रहे प्रत्याशियों को भी गिन गिन कर समस्याएं गिना रहे हैं।
इतना ही नहीं, जागरूक मतदाता उनके आंगन में आये प्रत्याशियों की कमियां गिना कर अपनी पसंद के उम्मीदवार को ही विजय बनाने की इच्छा जता रहे हैं। घनसाली विधानसभा में कई गांवों से विकास से वंचित लोग प्रचार वालों को खूब खरी खरी भी सुना रहे हैं। 14 तारीख के लिये जनता बेसब्री से अपना गुस्सा उतारने और अपने मन पसंद के उम्मीदवार को जिताने की घड़ी का इंतज़ार कर रही है।
ग़ांव ग़ांव प्रचार कर जनता की नब्ज टटोल चुके घनसाली के कुछ प्रत्याशियों के समर्थकों में अब बौखलाहट भी साफ दिखाई देने लगी है। जनता की मिल रही फटकार और शीघ्र खत्म हो रहे प्रचार के बीच हार की डर से बौखलाए कुछ प्रत्याशियों के समर्थक अब मतदान से पहले ही अपना गुस्सा उनके लिये चुनौती बने राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशियों के पोस्टरों को फाड़ने, रंग पोतने पर उतारू हो रहे हैं।
माना जा रहा है कि घनसाली की जनता ने किस उम्मीदवार को विजय बनाना है, इसे लेकर अपना मन बना लिया है और खुलकर कहने में भी संकोच नहीं कर रही है। ऐसे में जो उम्मीदवार जनता का यह मूड भांप गए हैं, उनके समर्थक ऐसी हरकतों पर उतारू हो गए हैं। ऐसी हरकतों पर क्षेत्र के सभ्य समाज ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की है और कहा है कि इसका मतलब साफ है कि ऐसी हरकतें करने वालों को अपनी हार का अंदेशा हो गया है।