चमोली। बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र (Badrinath Assembly Constituency) से राजेंद्र भंडारी के पाला बदलने से यहां उप चुनाव हो रहा है। इस सीट पर 10 जुलाई को वोट डाले जाएंगे। खास बात यह है कि उत्तराखंड राज्य गठन के बाद पहली बार सीमांत नीती-माणा घाटी के 3838 माइग्रेट मतदाता अपने मूल गांव में ही मतदान करेंगे।
बद्रीनाथ विधानसभा उप चुनाव को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु खुराना ने मंगलवार को सीमांत-नीती घाटी के सबसे दूर स्थित पोलिंग बूथ नीती, गमशाली, मलारी का निरीक्षण कर चुनाव व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने पोलिंग बूथों की मरम्मत, रंगरोगन के साथ पेयजल, शौचालय, विद्युत, रैंप एवं मतदाताओं के लिए अन्य मूलभूत सुविधाओं को समय से दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
उन्होंने निर्देशित किया कि मतदेय स्थलों पर प्रारूप के अनुसार आवश्यक जानकारी अंकित की जाए। वोटर स्लिप का शत प्रतिशत वितरण करते हुए मतदाताओं को जागरूक करें। मतदेय स्थलों पर मतदाताओं के लिए उचित प्रबंध किए जाएं। बूथों पर गर्भवती महिलाओं, बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं की सुविधाओं का भी विशेष ख्याल रखा जाए। उप चुनाव के लिए 10 जुलाई को मतदान होगा।
उप चुनाव के लिए चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में
बद्रीनाथ विधानसभा उप चुनाव को लेकर नाम वापसी के अंतिम दिन 26 जून तक किसी भी प्रत्याशी ने अपना नाम वापस नहीं लिया। इस तरह से बद्रीनाथ विधानसभा उप चुनाव के लिए चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। इसमें भाजपा के राजेंद्र सिंह भंडारी, कांग्रेस के लखपत सिंह बुटोला, सैनिक समाज पार्टी के हिम्मत सिंह नेगी और निर्दलीय प्रत्याशी नवल किशोर खाली शामिल है। रिटर्निंग ऑफिसर आरके पांडेय ने बताया कि निर्दलीय प्रत्याशी को उनकी प्राथमिकता के आधार पर चुनाव चिन्ह भी आवंटित कर दिया गया है। उप चुनाव के लिए आगामी 10 जुलाई को मतदान और 13 जुलाई को मतगणना की जाएगी।