नरेंद्रनगर. अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कालेज जाजल (Atal Excellent Government Inter College Jajal), नरेंद्रनगर, टिहरी गढ़वाल में सोमवार को उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र देहरादून द्वारा उत्तराखंड ज्ञान विज्ञान अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के शिक्षक श्री लक्षमण सिंह रावत द्वारा किया गया.
इस कार्यक्रम में युसर्क के वैज्ञानिक डॉ. राजेंद्र सिंह राणा द्वारा बताया गया कि युसर्क की निदेशिका प्रोफेसर डॉ. अनीता रावत के निर्देशन में युसर्क द्वारा राज्य के दूरस्थ इलाकों में विज्ञान शिक्षा के प्रचार-प्रसार हेतु कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. डॉ. राणा द्वारा द्वारा जल गुणवत्ता का मानव स्वास्थ्य पर पढ़ने वाले विपरीत प्रभावों को विस्तार पूर्वक बताया गया. उन्होंने बताया कि किस तरीके से पानी की बोतलों को दोबारा प्रयोग में लाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो रही है. उन्होंने प्लास्टिक के मानव जीवन पर पड़ने वाले गंभीर दुष्प्रभावों को भी छात्रों को समझाएं तथा जल गुणवत्ता का परीक्षण भी प्रयोगात्मक माध्यम से समझाया.
डॉ. आलोक मैठानी ने बताया रसायन विज्ञान का महत्व
कार्यक्रम में सरदार भगवान सिंह विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के संकाय अध्यक्ष डॉ. आलोक मैठानी द्वारा दैनिक जीवन में रसायन विज्ञान के अनुप्रयोग पर चर्चा की, जिसमें कोरोना जैसी महामारी से लेकर मानव सभ्यता के विकास के दौरान रसायन विज्ञान के सहयोग को समझाया गया. डॉ. मैठानी द्वारा प्रयोगात्मक माध्यम से रसायन विज्ञान के विभिन्न अनुप्रयोगों को दर्शाया गया. जिसमे दैनिक जीवन में पाए जाने वाले भौतिक रासायनिक व संरचनात्मक रूप से विभिन्न प्रकार के कार्बोहाइड्रेट एवं रासायनिक गुणों पर आधारित विष एवं औषधि विज्ञान के महत्व को बताया गया.
कार्यक्रम में दून साइंस फोरम के विजय शंकर ने कबाड़ से जुगाड कर हैडपम्प की कार्यप्रणाली, ध्वनि, ज्यामितीय, घर्षण के सिद्धांत, पानी से बनने वाली बिजली का उपकरण, एबेकस अंकों के मानक आदि का रोचक प्रस्तुतिकरण प्रयोगों के माध्यम से छात्र छात्राओं के मध्य दिया गया.
पदमश्री कल्याण सिंह ने दिया पर्यावरण सरंक्षण पर जोर
कार्यक्रम में पदमश्री अवार्ड से सम्मानित श्री कल्याण सिंह रावत जी द्वारा अपने संबोधन में मैती आंदोलन के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया. उन्होंने छात्र-छात्राओं से सैकड़ों पेड़ लगाने की जगह है एक पेड़ लगाने व उसके साथ भावनात्मक रूप से जुड़कर उसे पूर्णतः फलीभूत करने का संकल्प प्रदान किया. श्री रावत द्वारा विश्व स्तर पर ग्लोबल वार्मिंग के कारणों एवं पर्यावरण को किन किन विधियों द्वारा संरक्षित रखा जा सकता है विषय पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई.
प्रसिद्ध पर्यावरणविद् धूम सिंह थे मुख्य अतिथि
कार्यक्रम में प्रसिद्ध पर्यावरणविद् एवं जमुनालाल बजाज पुरस्कार से सम्मानित श्री धूम सिंह नेगी जी द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया गया. श्री नेगी द्वारा छात्र छात्राओं को उत्तराखंड के पर्यावरणीय संरक्षण इतिहास के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया तथा पेड़ पौधों एवं जीव जंगलों एवं जल को बचाने का आह्वान किया.
कार्यक्रम का समापन विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री बी.के. सिंह द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव देकर किया गया. उन्होंने यूसर्क के इस प्रकार के प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से दुरस्थ क्षेत्रों के बच्चों में विज्ञान के प्रति अभिरुचि का विकास होता है. इस अवसर पर श्री धूम सिंह नेगी जी को मैती सम्मान से सम्मनित किया गया और मैती आंदोलन के प्रणेता श्री कल्याण सिंह रावत मैती को विद्यालय परिवार द्वारा अंगवस्त्र ओढा कर और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्यालय के शिक्षिकगण श्री लक्ष्मण सिंह रावत, एस. एस. रावत, आर. के. त्रिपाठी, बी. एस सैनी, एस. एस. भंडारी, एन. सी. सकलानी, प्रमोद पैनुली, संदीप कुमार, रजनी लखेरा एवं अन्य अध्यापकों सहित विद्यालय के लगभग 170 छात्र छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया.